जो पा लिया अगर
तुझसे प्यार बहुत करती हूँ,
मगर तुझे पाना नहीं चाहती।
क्योंकि अगर पा लिया तो,
सीमित हो जाऊंगी एक दायरे में।
फिर तुम्हें देखने के लिए,
मुझे छुपना नहीं पड़ेगा..
नज़र चुराने का या तुम्हें देख कर भी,
नज़रअंदाज़ करने का हक़ पहले सा नहीं रहेगा।।
नहीं, मैं तुम्हें पाना...
मगर तुझे पाना नहीं चाहती।
क्योंकि अगर पा लिया तो,
सीमित हो जाऊंगी एक दायरे में।
फिर तुम्हें देखने के लिए,
मुझे छुपना नहीं पड़ेगा..
नज़र चुराने का या तुम्हें देख कर भी,
नज़रअंदाज़ करने का हक़ पहले सा नहीं रहेगा।।
नहीं, मैं तुम्हें पाना...