उड़ने को पंख ही नही हैं ।
पक्षी बन आकाश में उड़ना चाहता हूं,
सात समुंदर पार जाना चाहता हूं,
बादलों को करीब से देखना चाहता हूं ,
पर उड़ने को तो पंख ही नही हैं।
सपनो में पक्षी की तरह गगन चूमता हूं,
धरती और आकाश को एक देखता हूं,
बारिश के संगीत को करीब से सुनता हूं ,
फिर कोई...
सात समुंदर पार जाना चाहता हूं,
बादलों को करीब से देखना चाहता हूं ,
पर उड़ने को तो पंख ही नही हैं।
सपनो में पक्षी की तरह गगन चूमता हूं,
धरती और आकाश को एक देखता हूं,
बारिश के संगीत को करीब से सुनता हूं ,
फिर कोई...