बेटी
तू बोझ नहीं,
सरताज है मेरी,
अपमान नहीं,
अभिमान है मेरी।
कोई सामान नहीं,
तू जान है मेरी।
बेटी है तू,
कोई पाप नहीं,
घर की...
सरताज है मेरी,
अपमान नहीं,
अभिमान है मेरी।
कोई सामान नहीं,
तू जान है मेरी।
बेटी है तू,
कोई पाप नहीं,
घर की...