...

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ढल जायेगा🌚
घने बादल अम्बर पर
काली अमावस छाई है तो क्या
चांद निकलते ही उजियारा छा जाएगा
ये रात का अंधेरा ढल जायेगा

होगी सुबह
रवि की किरणे छूते ही तुझे ये पैगाम देगा
सूरज की रौशनी में
ये रात का अंधेरा ढल जायेगा

डर जो जहन में है घबराता है क्यों
रख तू सब्र थोड़ा हौसले की दीप जला
खुद पर यकीं जता फिर देखना
ये...