...

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ढल जायेगा🌚
घने बादल अम्बर पर
काली अमावस छाई है तो क्या
चांद निकलते ही उजियारा छा जाएगा
ये रात का अंधेरा ढल जायेगा

होगी सुबह
रवि की किरणे छूते ही तुझे ये पैगाम देगा
सूरज की रौशनी में
ये रात का अंधेरा ढल जायेगा

डर जो जहन में है घबराता है क्यों
रख तू सब्र थोड़ा हौसले की दीप जला
खुद पर यकीं जता फिर देखना
ये रात का अंधेरा ढल जायेगा

होगा सवेरा
दिखेंगे तुझको मंजर नए
कदम बढ़ाना तू पग पग
थक जाय तो चलना धीमे धीमे

रास्ते होंगे आसान नहीं मगर तू रुकना नहीं
कोशिश अपनी पूरी करना
सफ़र में कही हार मानना नहीं
मंजिल मिलने से पहले तू घुटने टेकना नहीं

कदम लड़खड़ाए तो
मंज़िल मिलने से पहले तू झुकना नहीं
रातें आयेंगी कई मगर अंधेरे से तू डरना नहीं

इस उम्मीद में की फिर सुबह होगी
तू आगे बढ़ते रहना
ये रात का अंधेरा ढल जायेगा
तू आगे बढ़ते रहना

~Gia⊰⊹ฺ
© The Unique Girl✨❤️