# इल्जाम #
गर इल्जाम मुझपे है, मुकदमा उसपे भी चलाया जाए तो अच्छा होगा।
हसीन वो भी है, अकेला क़ुसूरवार मुझे न ठहराया जाए तो अच्छा होगा।
हुस्न -ए -शबाब है वो, मुझे शराबी करार न दिया जाए तो अच्छा होगा।
ताने कसे है ज़माने ने मुझपे, उल्फतों के...
हसीन वो भी है, अकेला क़ुसूरवार मुझे न ठहराया जाए तो अच्छा होगा।
हुस्न -ए -शबाब है वो, मुझे शराबी करार न दिया जाए तो अच्छा होगा।
ताने कसे है ज़माने ने मुझपे, उल्फतों के...