बैक बेंचर्स
सेकंड पीरियड में डब्बा गुल
हर पीरियड में मस्ती फुल
कोई किसीको भी फंसा देता था
सारे राज़ और उनकी तिजोरी
अक्सर चुप्पी का
ताज लिए यही रहा करता था
कभी बाहर होते थे क्लास से
तो स्कूल का चक्कर लगाना था
अक्सर बोरिंग पीरियड्स
हमारे नींद का खज़ाना था
खुशरफुसर से अपने
पूरे क्लास को हसाना था
हर गड़बड़ के पीछे
अपना नाम हुआ करता था
यूनिटी में अपना मान हुआ करता था
टीचर्स हमसे चिढ़ते थे
अरे बॉस
अपन को शान से बैक बेंचर्स कहते थे।।
© KALAMKIDIWANI
हर पीरियड में मस्ती फुल
कोई किसीको भी फंसा देता था
सारे राज़ और उनकी तिजोरी
अक्सर चुप्पी का
ताज लिए यही रहा करता था
कभी बाहर होते थे क्लास से
तो स्कूल का चक्कर लगाना था
अक्सर बोरिंग पीरियड्स
हमारे नींद का खज़ाना था
खुशरफुसर से अपने
पूरे क्लास को हसाना था
हर गड़बड़ के पीछे
अपना नाम हुआ करता था
यूनिटी में अपना मान हुआ करता था
टीचर्स हमसे चिढ़ते थे
अरे बॉस
अपन को शान से बैक बेंचर्स कहते थे।।
© KALAMKIDIWANI