प्यार का प्रपोज
ओ परियों की रानी तेरा तहे दिल स्वागत करता हूं
आज तुझे बताऊं तुझसे कितनी मोहब्बत करता हूं।
झील सी आंखों से शर्माना,उन पलकों का झुकना
दिल से तेरे लिए लिखी गजलों की दावत करता हूं।
इन होठों का अमृत रस पीके मैं मदहोश बन जाऊं ...
आज तुझे बताऊं तुझसे कितनी मोहब्बत करता हूं।
झील सी आंखों से शर्माना,उन पलकों का झुकना
दिल से तेरे लिए लिखी गजलों की दावत करता हूं।
इन होठों का अमृत रस पीके मैं मदहोश बन जाऊं ...