स्त्री तुम पुरुष न हो पाओगी
:- 🙏स्त्री तुम*
*पुरुष न हो पाओगी....*
ज्ञान की तलाश क्या
सिर्फ बुद्ध को थी?
क्या तुम नहीं पाना चाहती
वो ज्ञान?
किन्तु जा पाओगी,
अपने पति परमेश्वर
और नवजात शिशु
को छोड़कर....
तुम तो उनपर
जान लुटाओगी....
उनके लिये अपने भविष्य को
दाँव पर लगाओगी...
उनकी होठों की
एक मुस्कुराहट के लिए
अपनी सारी खुशियों की
बलि चढ़ाओगी....
*स्त्री तुम*
*पुरुष न हो पाओगी....*
क्या राम बन पाओगी????
क्या कर पाओगी
अपने पति का परित्याग,
उस गलती के लिए
जो उसने की ही नहीं????
ले पाओगी
उसकी अग्निपरीक्षा
उसके नाज़ायज़ सम्बधों
के लिए...
*पुरुष न हो पाओगी....*
ज्ञान की तलाश क्या
सिर्फ बुद्ध को थी?
क्या तुम नहीं पाना चाहती
वो ज्ञान?
किन्तु जा पाओगी,
अपने पति परमेश्वर
और नवजात शिशु
को छोड़कर....
तुम तो उनपर
जान लुटाओगी....
उनके लिये अपने भविष्य को
दाँव पर लगाओगी...
उनकी होठों की
एक मुस्कुराहट के लिए
अपनी सारी खुशियों की
बलि चढ़ाओगी....
*स्त्री तुम*
*पुरुष न हो पाओगी....*
क्या राम बन पाओगी????
क्या कर पाओगी
अपने पति का परित्याग,
उस गलती के लिए
जो उसने की ही नहीं????
ले पाओगी
उसकी अग्निपरीक्षा
उसके नाज़ायज़ सम्बधों
के लिए...