लेख क्या कह रहे हैं :-
मैंने पन्नो से दिल लगा लिया है ,
कलम को अपना मान लिया है ,
हाथो से स्याही की बारिश करता हूं ,
जिसे कागज़ सीजो लिया करता है ।
कुछ देर यह बारिश रुक जाती है,
तो पन्ने मुझसे रूठ जाते हैं ।
फिर बाज़ार से खरीद लाता हूं,
तो...
कलम को अपना मान लिया है ,
हाथो से स्याही की बारिश करता हूं ,
जिसे कागज़ सीजो लिया करता है ।
कुछ देर यह बारिश रुक जाती है,
तो पन्ने मुझसे रूठ जाते हैं ।
फिर बाज़ार से खरीद लाता हूं,
तो...