क्यूँ हर रोज.......
आखिर क्यूँ मैं उससे हर रोज लड़ रही हूँ
अपने लिये लड़ रही हूँ या उसके लिये लड़ रही हूँ
वो बात नही करता मुझसे इसलिये लड़ रही हूँ
या मैं उसका समय चाहती हूँ इसलिये लड़ रही हूँ
आखिर क्यूँ मैं उससे हर रोज लड़ रही हूँ
जानती हूँ छोटी सी ही जिंदगी हैं ...
अपने लिये लड़ रही हूँ या उसके लिये लड़ रही हूँ
वो बात नही करता मुझसे इसलिये लड़ रही हूँ
या मैं उसका समय चाहती हूँ इसलिये लड़ रही हूँ
आखिर क्यूँ मैं उससे हर रोज लड़ रही हूँ
जानती हूँ छोटी सी ही जिंदगी हैं ...