सब झूठा था
उसका सच जान के भी, उसके झूठ को अंजानों की तरह सुन रहा था मैं,
उसका चेहरा, उसकी मासूमियत, सब झूठा था, मैं पहचान ही नहीं पाया उसको।
दिल की हर धड़कन में बसा था उसका नाम,
पर उसकी हकीकत...
उसका चेहरा, उसकी मासूमियत, सब झूठा था, मैं पहचान ही नहीं पाया उसको।
दिल की हर धड़कन में बसा था उसका नाम,
पर उसकी हकीकत...