जीवन का संगीत
#बिखर
निखर जाएगा समझौता कर ले,
बिखर जायेगा ना हठ कर बे;
शीशा कहाँ टिकता गिर कर रे,
इस हकीकत को स्वीकार कर ले।
यह जिंदगी तो है छोटी सी,
फिर किस बात का गुरूर तुझे,
आज जो है काल कहाँ,
इस बात को तू समझ जा रे।
नफरत के कांटे से कब कहाँ,
खूबसूरत बगीचा बना है,
प्यार की कली तू अपने दिल ,
में खिला कर एक बार देख ले।
पूरी दुनिया तेरे लिए जन्नत,
बन जाएगी एक बार बस दिल,
खोल कर दोस्त और दुश्मनों से,
प्यार से गले मिल ले।
© Swagat Panda
निखर जाएगा समझौता कर ले,
बिखर जायेगा ना हठ कर बे;
शीशा कहाँ टिकता गिर कर रे,
इस हकीकत को स्वीकार कर ले।
यह जिंदगी तो है छोटी सी,
फिर किस बात का गुरूर तुझे,
आज जो है काल कहाँ,
इस बात को तू समझ जा रे।
नफरत के कांटे से कब कहाँ,
खूबसूरत बगीचा बना है,
प्यार की कली तू अपने दिल ,
में खिला कर एक बार देख ले।
पूरी दुनिया तेरे लिए जन्नत,
बन जाएगी एक बार बस दिल,
खोल कर दोस्त और दुश्मनों से,
प्यार से गले मिल ले।
© Swagat Panda