Valentine Week
भटकता मैं भी दर-बदर,
अगर मुझे मंजिल का कोई भान न होता,
जानिब संग,
अगर इश्क़ मेरा भी परवान पर होता।
© Dr. Rajat Upadhyay
अगर मुझे मंजिल का कोई भान न होता,
जानिब संग,
अगर इश्क़ मेरा भी परवान पर होता।
© Dr. Rajat Upadhyay
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