...

25 views

अकेलापन
अरमान मिट रहे मेरे सब,
रहा तू भी साथ नही अब।

ज़िन्दगी जो बात पहले थी,
नही उसमे वो बात रही अब।

अब फ़क़त दर्द है मेरे पास,
ख़ुशी बिल्कुल नही रही अब।

हर शख़्स दूर हो गया धीरे से,
पर न उसकी तलाश रही अब।

ये दर्द जान लेता है करूँ क्या,
बाँकी न कोई आस रही अब।

broken boy


© All Rights Reserved