...

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खामोश दिल
खामोश दिल
बेजुबान दिल
केसे पूरे करे अपने अरमान दिल
बिन ख्वाबों भरे नैन है रखता
बिना पंखों के फिरता उड़ता
ऐसे कितने पल करे बरबाद दिल
ये बेपरवाह दौर ऐ जमाने से
अपनी ही मस्ती में मगन है घूमता
पूछे दुनिया क्यों पहने झूठा नक़ाब दिल
बेबाक दिल
सीने में लिए आँग दिल
रोशनी मौला की भरा पाक दिल
छोटे बच्चों की हंसी सा आप दिल।
© Diksha
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