लाज़वंती
चूड़ियों की खनखनाहट खामोश है पेयजन्ती
कि टूट गई माला स्वर हार गई कंठी
सागर की लहरों से डट जिस बेटी को था पाला
वो बाप आज डूबा और डूबी लाज़वंती
सुनहरे जिस्म को कुछ गिद्धों ने ऐसा नोचा ...
कि टूट गई माला स्वर हार गई कंठी
सागर की लहरों से डट जिस बेटी को था पाला
वो बाप आज डूबा और डूबी लाज़वंती
सुनहरे जिस्म को कुछ गिद्धों ने ऐसा नोचा ...