मै भागीरथी गंगा हूं
मै भागीरथी गंगा हूं
मै बेहेती हूं तूफानों सी
मै मंद शीत अग्नि हूं
रुकना मेरे बस में नहीं
क्युकी मै भागीरथी गंगा हूं....!
मैली है संसारी काया
पापो से मुक्त होगी ये माया
मै अद्वितीय महेश की छाया हूं..
मै भागीरथी गंगा हूं...!
उमड़े पड़े घनघोर घटा चाहे पड़े बिजलियों की छटा
मै अविरत निरन्तर बहैती धारा हूं
मै भागीरथी गंगा हूं..!
युगों युगों से पावन चरणों की मै दासी हूं
निरन्तर चलने वाले समय की में साक्षी हूं...
मै बेहेती हूं तूफानों सी
मै मंद शीत अग्नि हूं
रुकना मेरे बस में नहीं
क्युकी मै भागीरथी गंगा हूं....!
मैली है संसारी काया
पापो से मुक्त होगी ये माया
मै अद्वितीय महेश की छाया हूं..
मै भागीरथी गंगा हूं...!
उमड़े पड़े घनघोर घटा चाहे पड़े बिजलियों की छटा
मै अविरत निरन्तर बहैती धारा हूं
मै भागीरथी गंगा हूं..!
युगों युगों से पावन चरणों की मै दासी हूं
निरन्तर चलने वाले समय की में साक्षी हूं...