करेंगे इश्क फिर बर्बाद होंगे
करेंगे इश्क फिर बर्बाद होंगे ,
खुशी भाती नहीं नाशाद होंगे,
आएगी कब कज़ा हमको छुड़ाने,
कैद ए दुनिया से कब आजाद होंगे,
याद करते हैं ए दिल जिनको हम तुम,
क्या उनको भी हम तुम याद होंगे,
अभी चुभते हैं...
खुशी भाती नहीं नाशाद होंगे,
आएगी कब कज़ा हमको छुड़ाने,
कैद ए दुनिया से कब आजाद होंगे,
याद करते हैं ए दिल जिनको हम तुम,
क्या उनको भी हम तुम याद होंगे,
अभी चुभते हैं...