...

9 views

खूब हुआ।
#इंतजार
के जानते हम
जनाजे को भी हैं।
जो सबके साथ होने पर भी
अकसर अकेला निकलता है।
हमें भी उसी तरह समझो
जिनका महबूब
हर किसी पर फिसलता है।
के इंजार करते रह जाते है हम
वो दूसरों की गलियों में खडा़ मिलता है।
उस से हम शिकायत भी क्या करें
यूं इंतजार में ही रह जाएंगें।
जो अब तक ना समझ पाए
भला कब समझ पाएगें।
उनकी सोच से मिलती नहीं हमारी सोच
हमें एक बार इश्क हुआ
अब और नहीं कर पाएगें।

© R.S.G❤