प्यार/ प्रेम
उम्र के हर पड़ाव पर इसका रुप अलग
पर हर अंदाज है इसका अनोखा
प्रेम, प्यार, इश्क़ हो या कहलाए मोहब्बत
किसी का रब, किसी के लिए धोखा
सबसे निश्छल रुप में मिलता
ये तो बस माता-पिता से ही
जिंदगी की हर राह में संबल
गिरने देता नहीं कभी कहीं
युवावस्था में यारो-दोस्तों की मोहब्बत
बनती जिंदगी जीने का जरिया
मिलने -बिछड़ने के जो आते मौसम
बदल देती इंसान को और उसका नज़रिया
फिर एक मोड़ आता इश्क़ का
अफ़लातून, अपने में तूफ़ानी
लगता टकरा सकते हैं...
पर हर अंदाज है इसका अनोखा
प्रेम, प्यार, इश्क़ हो या कहलाए मोहब्बत
किसी का रब, किसी के लिए धोखा
सबसे निश्छल रुप में मिलता
ये तो बस माता-पिता से ही
जिंदगी की हर राह में संबल
गिरने देता नहीं कभी कहीं
युवावस्था में यारो-दोस्तों की मोहब्बत
बनती जिंदगी जीने का जरिया
मिलने -बिछड़ने के जो आते मौसम
बदल देती इंसान को और उसका नज़रिया
फिर एक मोड़ आता इश्क़ का
अफ़लातून, अपने में तूफ़ानी
लगता टकरा सकते हैं...