माँ,बहन, बेटी और बहू।
हर कोना मकान का,जो चमकाये,
मकान को,सुन्दर घर जो बनाऐ। हर रिश्ता है मोहताज़ है उसी का,
माँ,बहन तो कभी बेटी बन जाये।
माँ बेटों पे ज्यादा ध्यान है देती,
चाहे सब काम करती है बेटी।
माँ बेटो के लिए व्रत रख मांगे,
उसकी उम्र भी उसे लग जाये।
बहन ही भाई का हर काम करे,
भाई के लिए...
मकान को,सुन्दर घर जो बनाऐ। हर रिश्ता है मोहताज़ है उसी का,
माँ,बहन तो कभी बेटी बन जाये।
माँ बेटों पे ज्यादा ध्यान है देती,
चाहे सब काम करती है बेटी।
माँ बेटो के लिए व्रत रख मांगे,
उसकी उम्र भी उसे लग जाये।
बहन ही भाई का हर काम करे,
भाई के लिए...