गोरी ____
RAAJ PREEET
एक लड़की खुदा सी लगती है
बात उसकी हर एक जुदा सी लगती है
जुल्फें लहराती है फिर चेहरे पर
जब कभी खुली जुल्फो को हवा सी लगती है
फुलो के सम्मान मुस्कुराती है वो
जब कभी बातों मे उलझ जाती है वो
कुछ भी लिखे उसका PREEET उसके लिए
हर शायर पर होंसला बढाती है वो
कच्ची उम्र कोरी सी है
इश्क की संग डोरी सी है
मासुम सी है गोरी__ सी है
अल्फाजो को अक्सर महकाती है वो
रूठती कभी है नही सोरी बोल जाती है
अक्सर हमसे कुछ गोरी__ बोल जाती है
चाँद सितारो सी रोशनी है वो
गुलशन से भी हशीं है वो
धरती की नमी है वो
कभी हकीकत कभी सपना है
PREEET , गोरी__ का अपना है
नाम उसी जपना है
शायरी PREEET की वो जाने
मेरे बिना किसी को न अपना माने
ना समझ से भरी है
उलझनों मे पडी है
बरसात सी झडी है
तारीफ कभी हो गोरी ___
सब कुछ झुठ वो बताती है
शायर PREEET से वो लिखवाती है
कभी शराब सा सुरुर होता है
कभी खुद पर गुरूर होता है
सामने जब होती है
तो फिर कुछ शायर जरूर होता है
© आवारा पागल दीवाना
एक लड़की खुदा सी लगती है
बात उसकी हर एक जुदा सी लगती है
जुल्फें लहराती है फिर चेहरे पर
जब कभी खुली जुल्फो को हवा सी लगती है
फुलो के सम्मान मुस्कुराती है वो
जब कभी बातों मे उलझ जाती है वो
कुछ भी लिखे उसका PREEET उसके लिए
हर शायर पर होंसला बढाती है वो
कच्ची उम्र कोरी सी है
इश्क की संग डोरी सी है
मासुम सी है गोरी__ सी है
अल्फाजो को अक्सर महकाती है वो
रूठती कभी है नही सोरी बोल जाती है
अक्सर हमसे कुछ गोरी__ बोल जाती है
चाँद सितारो सी रोशनी है वो
गुलशन से भी हशीं है वो
धरती की नमी है वो
कभी हकीकत कभी सपना है
PREEET , गोरी__ का अपना है
नाम उसी जपना है
शायरी PREEET की वो जाने
मेरे बिना किसी को न अपना माने
ना समझ से भरी है
उलझनों मे पडी है
बरसात सी झडी है
तारीफ कभी हो गोरी ___
सब कुछ झुठ वो बताती है
शायर PREEET से वो लिखवाती है
कभी शराब सा सुरुर होता है
कभी खुद पर गुरूर होता है
सामने जब होती है
तो फिर कुछ शायर जरूर होता है
© आवारा पागल दीवाना