वो लम्हा
वो लम्हा कभी भूल पाये नही हम
क्या तुमको कभी याद आये नही हम
कही छोड़ जाओ अकेले मुझे तुम
यूं ही लब पे फरियाद लाये नही हम
बसाया है घर तुमने अब गैर के संग...
क्या तुमको कभी याद आये नही हम
कही छोड़ जाओ अकेले मुझे तुम
यूं ही लब पे फरियाद लाये नही हम
बसाया है घर तुमने अब गैर के संग...