...

1 views

शायद कोई हमदर्द
तबाह करने में,
दम सभी लगातें है
कौन हम से दर्द
खींचने आया है,
रोने को आंसू
बचे नहीं अब
कौन आंखों से
सींचने आया है
मुफ़्त में सभी रुलाते है
कौन मेरे आंसू
खरीदने आया है
कौन मेरा दिल
जीतने आया है।
© अन्वित कुमार

अक्सर कभी हम जीवन में हार जातें हैं निराश हो जातें हैं और कभी कभी तो हम रो भी नहीं पाते हैं शायद रोने को आंसू भी नहीं बचते हैं वो निकलने से पहले ही सुख जाते हैं शायद वो समय सीने में ठंडक मिलने हेतु पर्याप्त न हो,

ऐसी घड़ी में कोई परिवार का सदस्य,कोई मित्र या कोई साथी ही आता है और जीवन के इस कठिन पल में हमे ढाढस दे जाता है हम यह तो नहीं कह सकते हैं की वो कोई मित्र ही हो क्योंकि कुछ बातों को मित्र भी समझ नहीं पाते या ये बात उन तक पहुंच नहीं पाती या शायद उसे ये बात हम बताना नहीं चाहते हों इसलिए कभी कभी हम माता-पिता को भी इन सभी बातों से दूर रखते हैं लेकिन दर्द को भांपने वाला आखिर इस बात को जान ही जाता है ऐसे पल में वो अकेलेपन दुनियादारी की परेशानियों से स्वयं अवगत कराते है कुछ ऐसी ऐसी बातें बताते हैं जिनसे दिल के दर्द कम हो जाते हैं शायद ये वही हमदर्द हैं जिनकी जरूरत सभी को होते है ये अक्सर वो दर्द दूर कर जाते हैं जो दुनिया के किसी भी चिकित्सक नहीं दूर कर सकतें हैं,हम सब दिल से शुक्रिया करते हैं ऐसे मित्रों का ऐसे साथियों का,ऐसे परिवार के सदस्यों का जिसने आपके दर्द को समझना चाहा आपके परेशानियों से निकलने को आगे आए और आपको सहानुभूति दिया जिनसे आपको आगे मजबूती मिली ,दर्द भी अक्सर उसी को बांटना चाहिए जो आपको मुफ्त में सुख देकर आपसे दुख उधार ले जाते हैं वो आपके दुख दर्द को अपना समझते हैं वो आपके आंसुओं को खरीद लेते हैं चाहे उसे इनके लिए जो भी मूल्य चुकानी पड़े वो जरूर अदा करते हैं। उम्मीद आज उस मित्र को उस साथी / रिश्तेदारों को जरूर याद कर रहे होंगे जो आपके सुख ज्यादा आपके दुखो में साथ निभाया ।

साथ आप लोगो को भी धन्यवाद जिसने हमारे लिखे विचारों को दिल से सराहा और इसे समझने की कोशिश की इनके लिए आपका कोटि कोटि धन्यवाद 😇🙏🏻🍃🌼

#writco #sad #freind #मित्र