...

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गजल
राहत-ए-जाँ के वास्ते,,मक्का गया,,,मंदिर गया,,
सुकून कैसे मिले उसे जिसका यार वादे से मूकर गया,,

इश्क की तबाहीयों से,,हम कब खौफ-ए-खतर खाते हैं,,
क्या मारेंगी ये अजाबे उसको,,जो बेवफाई से पहले ही मर...