इश्क़ में कुछ भी चलता है
इश्क़ में कुछ भी चलता है
दिल यू ही मचलता है
ये पल में मीलों की दूरी पार करे
क्या बताएं क्या पाए है
हम तुमसे कितना प्यार करें
जब जब कोपल खिली मन में कुछ फूल खिले कुछ झरे नयन बस आधी आधी सी बातें तुम से कहे मोन बस मिल लो आकर एक
बार तुम भी बेबस हम भी निढाल रहे
कैसे बताएं बीते कैसे कितने बुरे साल रहे
तुम मिलो या न मिलो हमसे हम अब भी
जीते है कल को वो हाथों में हाथ तुम्हारा लिए...
दिल यू ही मचलता है
ये पल में मीलों की दूरी पार करे
क्या बताएं क्या पाए है
हम तुमसे कितना प्यार करें
जब जब कोपल खिली मन में कुछ फूल खिले कुछ झरे नयन बस आधी आधी सी बातें तुम से कहे मोन बस मिल लो आकर एक
बार तुम भी बेबस हम भी निढाल रहे
कैसे बताएं बीते कैसे कितने बुरे साल रहे
तुम मिलो या न मिलो हमसे हम अब भी
जीते है कल को वो हाथों में हाथ तुम्हारा लिए...