पीर!
क्यों और कैसी ये रीत है,
बस मजबूरी है!
बिन रोए बयां नहीं कर पा रहा,
ऐसी पीर है!
सब कुछ...
बस मजबूरी है!
बिन रोए बयां नहीं कर पा रहा,
ऐसी पीर है!
सब कुछ...