मुझे आज़ भी है..
#WritcoPoemPrompt57 #love #poetry
#sahilbhardwaj #hindi #Writco
थी जो कल तुझसे
वो मोहब्बत मुझे आज़ भी है,
कल भी किया था तेरे लिए
वो इन्तेज़ार तेरा मुझे आज़ भी है..
कल तलक जो थी आँखों में
वो तस्वीर तेरी मुस्कुराती आज़ भी है,
दस्तकें कैद है सीने में अब भी तेरे आने की
गुजरने वाली हवा तेरी खुश्बू मुझ तक लाती आज़ भी है..
सावन और उसपे बारिश की बरसती वो बूँदें
वो मुलाक़ात तुझसे मेरी याद मुझे आज़ भी है,
कल...
#sahilbhardwaj #hindi #Writco
थी जो कल तुझसे
वो मोहब्बत मुझे आज़ भी है,
कल भी किया था तेरे लिए
वो इन्तेज़ार तेरा मुझे आज़ भी है..
कल तलक जो थी आँखों में
वो तस्वीर तेरी मुस्कुराती आज़ भी है,
दस्तकें कैद है सीने में अब भी तेरे आने की
गुजरने वाली हवा तेरी खुश्बू मुझ तक लाती आज़ भी है..
सावन और उसपे बारिश की बरसती वो बूँदें
वो मुलाक़ात तुझसे मेरी याद मुझे आज़ भी है,
कल...