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#स्वतन्त्रता की आत्मा
हे शान हमें कि हम भारतीय है,
हे फक्र हमें उन जाबाजों पर
जिन्होंने अपने खून के बूंदो से एक सपना सिचा;
जिन्हें पूरा करने
सुख गए कितने गुलाब कि पंखुड़ियां
उनकी हिसाब न हमसे पूछा करो!
सपने तो तब बिखर गए
जब तिरंगे पर लिपटकर
वह घर को आए।
हम ऋणी हे उन आँसुओ के
जो अपने रक्त की आहुति देने मे झिझकें नहीं,
नमन हे उन शहीदों के देशप्रेम की
जिनके सामने शत्रु कभी टिकें नहीं।।
जय हिंद।।
Prakriti ✍🏻
हे फक्र हमें उन जाबाजों पर
जिन्होंने अपने खून के बूंदो से एक सपना सिचा;
जिन्हें पूरा करने
सुख गए कितने गुलाब कि पंखुड़ियां
उनकी हिसाब न हमसे पूछा करो!
सपने तो तब बिखर गए
जब तिरंगे पर लिपटकर
वह घर को आए।
हम ऋणी हे उन आँसुओ के
जो अपने रक्त की आहुति देने मे झिझकें नहीं,
नमन हे उन शहीदों के देशप्रेम की
जिनके सामने शत्रु कभी टिकें नहीं।।
जय हिंद।।
Prakriti ✍🏻
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