ख्वाब आंखों में अटक गया होगा
वो भी अब हमसे थक गया होगा
इसलिए तो आप तक गया होगा
होश था कहां उसे भी हश्र तलक
जिस्म ही तो है बहक गया होगा
है भरा हुआ निगाहों का प्याला...
इसलिए तो आप तक गया होगा
होश था कहां उसे भी हश्र तलक
जिस्म ही तो है बहक गया होगा
है भरा हुआ निगाहों का प्याला...