एक मुलाकात ऐसी भी!!
न खामोश तुम थे ....
न मैं खामोश हम थे...
दिल में तूफान बहुत था
और ...
आंखों में मिलने की खुशी के आंसू भी थे पर...
अल्फाज नहीं थे...
बयां करने को
कुछ भी
बात करनी थी अपने बारे में
पर ....
दिल में तूफान बहुत था
आंखों में आंसू थे और
होंठों में दिखावे की मुस्कान
मेरी खामोशी बहुत कुछ बयां...
न मैं खामोश हम थे...
दिल में तूफान बहुत था
और ...
आंखों में मिलने की खुशी के आंसू भी थे पर...
अल्फाज नहीं थे...
बयां करने को
कुछ भी
बात करनी थी अपने बारे में
पर ....
दिल में तूफान बहुत था
आंखों में आंसू थे और
होंठों में दिखावे की मुस्कान
मेरी खामोशी बहुत कुछ बयां...