#बिटिया
गर्भ मे पलती बेटी पल-पल करे गुहार,
माँ मुझे मत मार, ओ माँ मुझे मत मार
मैं भी दुनिया देखूँगी, चिड़िया सी मैं चहकूँगी,
तेरे आँगन की बन फुलवारी, फूलों सी मैं महकूँगी
गुड़ियों संग मैं खेलूँगी, कोयल सी मीठी बोलूँगी,
पायल की छम-छम करती माँ, तेरे आँगन डोलूँगी
बन जाऊँगी माँ मैं तेरे आँगन की झंकार
माँ मुझे मत मार,ओ माँ मुझे मत मार
मिश्री सी बोली घोलूँगी माँ तेरे कानों में,
आँसू ना कभी आने दूँगी...
माँ मुझे मत मार, ओ माँ मुझे मत मार
मैं भी दुनिया देखूँगी, चिड़िया सी मैं चहकूँगी,
तेरे आँगन की बन फुलवारी, फूलों सी मैं महकूँगी
गुड़ियों संग मैं खेलूँगी, कोयल सी मीठी बोलूँगी,
पायल की छम-छम करती माँ, तेरे आँगन डोलूँगी
बन जाऊँगी माँ मैं तेरे आँगन की झंकार
माँ मुझे मत मार,ओ माँ मुझे मत मार
मिश्री सी बोली घोलूँगी माँ तेरे कानों में,
आँसू ना कभी आने दूँगी...