एक राह पे ठहर जाऊँ!
हर राह से गुज़र जाऊँ!
एक राह पे ठहर जाऊँ।
देखूँ में एक पल के लिये,
हर एक नज़ारे को!
पर तुझको में जब देखूँ,
पलके भी न झपकाऊँ।
हर वक़्त में रहता हूँ,
अब तेरे ख्यालों में!
तन्हाई में भी खुद से, ...
एक राह पे ठहर जाऊँ।
देखूँ में एक पल के लिये,
हर एक नज़ारे को!
पर तुझको में जब देखूँ,
पलके भी न झपकाऊँ।
हर वक़्त में रहता हूँ,
अब तेरे ख्यालों में!
तन्हाई में भी खुद से, ...