मेरी न थी
माना हम मिले न कभी पर इश्क अधूरी न थी,
बेखबर थी तुम इन बातों से बाते हुई पूरी न थी।
लगाया पौधा गुलाब का क्या पता की काटे भी होंगे,
चाहा जिसे...
बेखबर थी तुम इन बातों से बाते हुई पूरी न थी।
लगाया पौधा गुलाब का क्या पता की काटे भी होंगे,
चाहा जिसे...