चेहरे
दिलकश, दिलनशीं हसीन
हर महफ़िल की जान, चेहरे
ख़ामोश लब, करतीं कलाम निगाहें
बताते अनकहे अरमान, चेहरे
संजीदगी, शिकन लिए पेशानी
ख़ुद में दबाते कई तूफान, चेहरे
ग़म छिपाती नम निगाहें
लबों पर...
हर महफ़िल की जान, चेहरे
ख़ामोश लब, करतीं कलाम निगाहें
बताते अनकहे अरमान, चेहरे
संजीदगी, शिकन लिए पेशानी
ख़ुद में दबाते कई तूफान, चेहरे
ग़म छिपाती नम निगाहें
लबों पर...