ज़रा ठहरो
काम तो ज़िंदगी भर करना है
घर बाहर इसे साथ चलना है
इसके पीछे क्यूँ खुशियों को छोड़ना है
व्यस्त रहकर क्यूँ अपनों से मुँह मोड़ना है
ज़रा ठहरो ज़रा सुकून का पल चुराओ
अपनों के...
घर बाहर इसे साथ चलना है
इसके पीछे क्यूँ खुशियों को छोड़ना है
व्यस्त रहकर क्यूँ अपनों से मुँह मोड़ना है
ज़रा ठहरो ज़रा सुकून का पल चुराओ
अपनों के...