इश्क तु क्या जाने?
भँवर ने रात भर रहकर फूल की पनाह में
जान अपनी देदी हसते हसते
इश्क तु क्या जाने?
नदीयॉ हद तोड़कर सागर में...
जान अपनी देदी हसते हसते
इश्क तु क्या जाने?
नदीयॉ हद तोड़कर सागर में...