"अनमोल हो तुम"...✨
तूफ़ान के बाद का,
सृजन हो तुम...🌿
ख़ामोशी में मीठी धुन वाली,
पवन हो तुम...🍃
नाउम्मीद उस चिड़ियां का,
आसमान हो तुम...🌥️
जंगल में उस तन्हा पेड़ का,
अरमान हो तुम...💝
उसकी हंसी का,
सवेरा हो तुम...🌅
उस कोयल का,
बसेरा हो तुम...🤗
पतझड़ में उम्मीद का,
आख़िरी पत्ता हो तुम...😊
हरे ज़ख्म के सूखने का,
थक्का हो तुम...🌻
उस बेरंग तितली का,
रंग हो तुम...🌺
उसकी उदासी में,
उमंग तुम...🌻
उसके ग़मों वाली रातों की,
चांदनी हो तुम...🌌
अंधेरे में हाथ देने वाले,
रौशनी हो तुम...💫
सरल है, तुम्हारे लिए मुझ पर लिखना,
मैं क्या लिखूं तुम पर...?🤔
बेमोल–सी ज़िंदगी में,
एक "अनमोल–सा",
हिस्सा हो तुम...🤝
जिसे शब्दों में बयां न कर पाऊं,
वो किस्सा हो तुम...💝
घायल उस पंछी की उड़ान का,
हौंसला हो तुम...😊
शायद ! उस फूल का सही,
फ़ैसला हो तुम...❣️
अनेक झूठे चेहरों में,
फ़रिश्ते में होने वाली,
अच्छाई हो तुम...✨
दूर होकर भी, साथ चलने वाली,
परछाई हो तुम...💖
कभी जो दामन,
छुड़ा लो तुम,😟
आंखों में सदा रहने वाला,
इंतज़ार हो तुम...😊
"सोना"–सी क़ीमती,
कि क्या ही बात करूं...🙃
इस जीवन में, ज़रूरी जैसे,
कृष्ण–सा सारथी, जैसे,🤝
काशी की पावन आरती,
मेरे लिए वो हो तुम...❣️
"अनमोल" हो तुम...✨
"अनमोल" हो तुम...✨
© Vartika_Gupta
सृजन हो तुम...🌿
ख़ामोशी में मीठी धुन वाली,
पवन हो तुम...🍃
नाउम्मीद उस चिड़ियां का,
आसमान हो तुम...🌥️
जंगल में उस तन्हा पेड़ का,
अरमान हो तुम...💝
उसकी हंसी का,
सवेरा हो तुम...🌅
उस कोयल का,
बसेरा हो तुम...🤗
पतझड़ में उम्मीद का,
आख़िरी पत्ता हो तुम...😊
हरे ज़ख्म के सूखने का,
थक्का हो तुम...🌻
उस बेरंग तितली का,
रंग हो तुम...🌺
उसकी उदासी में,
उमंग तुम...🌻
उसके ग़मों वाली रातों की,
चांदनी हो तुम...🌌
अंधेरे में हाथ देने वाले,
रौशनी हो तुम...💫
सरल है, तुम्हारे लिए मुझ पर लिखना,
मैं क्या लिखूं तुम पर...?🤔
बेमोल–सी ज़िंदगी में,
एक "अनमोल–सा",
हिस्सा हो तुम...🤝
जिसे शब्दों में बयां न कर पाऊं,
वो किस्सा हो तुम...💝
घायल उस पंछी की उड़ान का,
हौंसला हो तुम...😊
शायद ! उस फूल का सही,
फ़ैसला हो तुम...❣️
अनेक झूठे चेहरों में,
फ़रिश्ते में होने वाली,
अच्छाई हो तुम...✨
दूर होकर भी, साथ चलने वाली,
परछाई हो तुम...💖
कभी जो दामन,
छुड़ा लो तुम,😟
आंखों में सदा रहने वाला,
इंतज़ार हो तुम...😊
"सोना"–सी क़ीमती,
कि क्या ही बात करूं...🙃
इस जीवन में, ज़रूरी जैसे,
कृष्ण–सा सारथी, जैसे,🤝
काशी की पावन आरती,
मेरे लिए वो हो तुम...❣️
"अनमोल" हो तुम...✨
"अनमोल" हो तुम...✨
© Vartika_Gupta