...

9 views

श्याम के दर्शन
श्याम तेरे चरणों के दर्शन को मैं तो प्यासी
अब चाहे ले जाओ द्वारिका, वृंदावन या काशी !

कार्य तेरे और निमित्त मैं बन जाती
बस तेरे ही लिए ऊठाऊ नित कर्म की सवारी !

विचार तेरे और लेखनी भी तेरी
मैं तो बस इस कलम...