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मैं तेरा , मैं सिर्फ तेरा रहा
किसी का फिर कभी ना हुआ
वो जगह अभी महक रही
जहा पे तूने मुझको छुआ
।।।।।।।
मैं कभी भूलूंगा न तुंझे
चाहे तू मुझ को देना भुला
आदतें जैसी है तू मेरी
आदतें कैसे भूलूं भला
।।।।।।।।
किसी का फिर कभी ना हुआ
वो जगह अभी महक रही
जहा पे तूने मुझको छुआ
।।।।।।।
मैं कभी भूलूंगा न तुंझे
चाहे तू मुझ को देना भुला
आदतें जैसी है तू मेरी
आदतें कैसे भूलूं भला
।।।।।।।।
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