बेवज़ह
बेवज़ह कुछ नहीं होता कोई तो वज़ह होती है
ये वज़ह ही इंसानों से इंसानियत को खोती है।
ये बात और है हम जान नहीं पाते समझते नहीं है...
ये वज़ह ही इंसानों से इंसानियत को खोती है।
ये बात और है हम जान नहीं पाते समझते नहीं है...