फ़िर कभी रुके न ये कदम
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
फ़िर कभी रुके न ये कदम
कुछ पाने की प्यास में
मंज़िल की आस में
चल रहे हैं देखो हम
फिर कभी रुके ना ये कदम
...
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
फ़िर कभी रुके न ये कदम
कुछ पाने की प्यास में
मंज़िल की आस में
चल रहे हैं देखो हम
फिर कभी रुके ना ये कदम
...