रक्षाबंधन
बचपन से इनकी बंधी है एक-दूजे संग ऐसी डोर.....
चाहकर भी जिसको कभी कोई तोड़ न पाए
यह बंधन है भाई-बहन के उस अनोखे रिश्ते का
जिसमे भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन निभाए...!!
बांधते समय अपने भाई की कलाई पर राखी.....
बहन भी बस एक ही बात दोहराए
ऐ भाई,,,कभी आए जो मुझपर मुसीबत तो
यह रेशम की डोर तुझे मेरे पास खींच ले आए....!!
नही चाहिए मुझे तेरे अधिकारों का कोई हिस्सा....
मुश्किल घड़ी में यह सब काम न आएगा
मन में मेरे उस समय होगी सिर्फ एक ही उम्मीद
मेरी रक्षा के लिए जरूर मेरा भाई आएगा.....!!
माना की बांध रही हूँ तेरी कलाई पर मैं यह राखी.....
लेकिन करना होगा तुझे मुझसे वादा की
हर एक लड़की के सम्मान की तू रक्षा कर जाएगा
ऐ भाई....मुझे दे आज एक वचन
मै हूँ तेरी बहन, तू इस बात पर मुझे गर्व कराएगा.....!!
देखेगा जो किसी भी लड़की को तू आँख उठाकर.......
फिर कैसे...
चाहकर भी जिसको कभी कोई तोड़ न पाए
यह बंधन है भाई-बहन के उस अनोखे रिश्ते का
जिसमे भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन निभाए...!!
बांधते समय अपने भाई की कलाई पर राखी.....
बहन भी बस एक ही बात दोहराए
ऐ भाई,,,कभी आए जो मुझपर मुसीबत तो
यह रेशम की डोर तुझे मेरे पास खींच ले आए....!!
नही चाहिए मुझे तेरे अधिकारों का कोई हिस्सा....
मुश्किल घड़ी में यह सब काम न आएगा
मन में मेरे उस समय होगी सिर्फ एक ही उम्मीद
मेरी रक्षा के लिए जरूर मेरा भाई आएगा.....!!
माना की बांध रही हूँ तेरी कलाई पर मैं यह राखी.....
लेकिन करना होगा तुझे मुझसे वादा की
हर एक लड़की के सम्मान की तू रक्षा कर जाएगा
ऐ भाई....मुझे दे आज एक वचन
मै हूँ तेरी बहन, तू इस बात पर मुझे गर्व कराएगा.....!!
देखेगा जो किसी भी लड़की को तू आँख उठाकर.......
फिर कैसे...