"राहें" By Abhilasha Khare
राहें सही मिल जाये,
तो ज़िंदगी निखर जाती है।
ये गलत हो अगर ,
तो जिंदगी बिखर भी जाती है।
किसी को नहीं पता होता,
यहां सही क्या है,और क्या गलत है।
बस चलते हैं ये...
तो ज़िंदगी निखर जाती है।
ये गलत हो अगर ,
तो जिंदगी बिखर भी जाती है।
किसी को नहीं पता होता,
यहां सही क्या है,और क्या गलत है।
बस चलते हैं ये...