क्या बदलेगा देश हमारा...
क्या बदलेगा देश हमारा,
जब हम खुद नहीं बदलना चहते हैं;
हम क्यो, कोई और करेगा,
यू कहकर आगे बढ़ जाते हैं,
खुद रास्ते पर कचड़ा फेकते ,
और सफाईकर्मीयो को देख 'छी' कहकर दूर हट जाते हैं।
क्या बदलेगा देश हमारा,
जब सब पैसे के अधीन आ जाते है;
अब न्याय मिलेगा किसी को कहाँ ,
जब कानून ही पैसो पर बिक जाते हैं;
अब उनके लिए इन्साफ नहीं,
जो पैसे कम कमाते है।
क्या बदलेगा देश हमारा,
जब मिडिया ही हमारे आँखों पर पट्टी लगाते हैं;
जिनका काम है सच्चाई की रोशनी दिखाना,
वे ही हमे अंधेरी झूठ की पट्टी पढ़ाते हैं,
होता कुछ और दिखाते कुछ और,
वे...
जब हम खुद नहीं बदलना चहते हैं;
हम क्यो, कोई और करेगा,
यू कहकर आगे बढ़ जाते हैं,
खुद रास्ते पर कचड़ा फेकते ,
और सफाईकर्मीयो को देख 'छी' कहकर दूर हट जाते हैं।
क्या बदलेगा देश हमारा,
जब सब पैसे के अधीन आ जाते है;
अब न्याय मिलेगा किसी को कहाँ ,
जब कानून ही पैसो पर बिक जाते हैं;
अब उनके लिए इन्साफ नहीं,
जो पैसे कम कमाते है।
क्या बदलेगा देश हमारा,
जब मिडिया ही हमारे आँखों पर पट्टी लगाते हैं;
जिनका काम है सच्चाई की रोशनी दिखाना,
वे ही हमे अंधेरी झूठ की पट्टी पढ़ाते हैं,
होता कुछ और दिखाते कुछ और,
वे...