Ramdan
गर चले गए हसीन रमदान।
थे जो अल्लाह के मेहमान।
कम करने जो आए थे गुनाह का फरमान।
लाय थे ये अल्लाह का रहमान।।
थे जो अल्लाह के मेहमान।
कम करने जो आए थे गुनाह का फरमान।
लाय थे ये अल्लाह का रहमान।।