दो नैना निहारें..
दो नैना निहारें
झरोंखों से
प्रीत का रस
बरसा जायें
जब-जब अँखियाँ
मिल...
झरोंखों से
प्रीत का रस
बरसा जायें
जब-जब अँखियाँ
मिल...