आ के मिल....
कई दिनों से दिल है बेकरार, आ के मिल।
बहुत कठिन है शामे इंतज़ार, आ के मिल।
मैं भूलने लगा हूं तेरे सारे खालो खद
तू याद आ, नहीं तो एक बार आ के मिल।
चिनाब पार करके तुझसे मैं ही क्यूं मिलूं?
कभी तो तू भी इस नदी के पार आ के मिल।
तुझे न पा के दूसरे का ...
बहुत कठिन है शामे इंतज़ार, आ के मिल।
मैं भूलने लगा हूं तेरे सारे खालो खद
तू याद आ, नहीं तो एक बार आ के मिल।
चिनाब पार करके तुझसे मैं ही क्यूं मिलूं?
कभी तो तू भी इस नदी के पार आ के मिल।
तुझे न पा के दूसरे का ...