रातभर का सफर
रात के अंधेरों से डरने लगा हूँ मैं।
तेरे साथ की गुजारिश करने लगा हूँ मैं।।
किस तरह गुजारा है तन्हाई का सफर हमने।
तेरे बिना जैसे अब मरने लगा हूँ मैं ।।
तेरे साथ की गुजारिश करने लगा हूँ मैं।।
किस तरह गुजारा है तन्हाई का सफर हमने।
तेरे बिना जैसे अब मरने लगा हूँ मैं ।।
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