19 views
नम आंखें
तुम्हें देखती है मेरी आंखें तुम्हारे बिना इन आंखों में नमी है तुम ही आरजू हो तुम ही जिंदगी हो तुम ही मेरा वर्तमान तुम्हीं में समाहित मेरी हर खुशी है तुम्हें कैसे भूले मेरी नम आंखें मेरी नम आंखों में सिर्फ तुम्हारी ही छवि है।
© Purnima
© Purnima
Related Stories
18 Likes
2
Comments
18 Likes
2
Comments